मेधावी विद्यार्थियों के लिए मुख्यमंत्री की बड़ी सौगात "मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना" प्रारम्भ, पैसे के अभाव में प्रतिभाएं नहीं होंगी वंचित
"मुख्यमंत्री अनुप्रति योजना" के तहत कोचिंग कर सकेंगे प्रतियोगी अभ्यर्थी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे प्रतियोगियों के लिए योजना, योजना के तहत #UPSC, #RPSC, #REET रीट सहित अन्य भर्ती परीक्षा की कर पाएंगे तैयारी....
जयपुर, 05 जून। प्रदेश के मेधावी विद्यार्थी अब आर्थिक तंगहाली के कारण अपने सुनहरे भविष्य से वंचित नहीं होंगे। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने ऎसे प्रतिभावान पात्र विद्यार्थियों को विभिन्न प्रोफेशनल कोर्स एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की उत्कृष्ट तैयारी के लिए ‘मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना’ लागू करने की स्वीकृति दी है। इस योजना से हर वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को आगे बढ़ने के समान अवसर मिल सकेंगे। वित्त विभाग ने योजना के लिए परिपत्र के माध्यम से दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा अल्पसंख्यक मामलात विभाग के माध्यम से संचालित की जाने वाली इस योजना में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के वे विद्यार्थी पात्र होंगे, जिनके परिवार की वार्षिक आय 8 लाख रूपए प्रतिवर्ष से कम है। साथ ही, ऎसे विद्यार्थी जिनके माता-पिता राज्य सरकार के कार्मिक के रूप में पे-मेट्रिक्स लेवल-11 तक का वेतन प्राप्त कर रहे हैं, वे भी योजना के लिए पात्र होंगे।
परिपत्र के अनुसार, किसी भी छात्र-छात्रा को इस योजना का लाभ केवल 1 वर्ष की अवधि के लिए देय होगा। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा, राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा, सब-इंस्पेक्टर एवं 3600 ग्रेड पे या पे-मैट्रिक्स लेवल-10 से ऊपर की अन्य परीक्षा, रीट, राजस्थान कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित ग्रेड पे-2400 या पे-मेट्रिक्स लेवल-5 से ऊपर की परीक्षा, कॉन्स्टेबल परीक्षा, इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रवेश परीक्षा तथा क्लैट परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को योजना का लाभ मिल सकेगा।
परीक्षार्थियों की मेरिट का निर्धारण 12वीं अथवा 10वीं के प्राप्तांकों के आधार पर किया जाएगा। एसटी वर्ग के लिए योजना का संचालन जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग एवं एससी, ओबीसी, एमबीसी और ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग तथा अल्पसंख्यक वर्ग के लिए अल्पसंख्यक मामलात विभाग द्वारा किया जाएगा। ये विभाग जिलावार लक्ष्य निर्धारित कर विद्यार्थियों की मेरिट के अनुरूप चयनित संस्थानों के माध्यम से कोचिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। छात्र-छात्राओं के चयन के समय यह प्रयास किया जाएगा कि लाभार्थियों में कम से कम 50 प्रतिशत छात्राएं हों।
वर्तमान में जनजाति विकास विभाग द्वारा संचालित चिकित्सा एवं तकनीकी प्रवेश परीक्षाओं के लिए कोचिंग योजना तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग और अल्पसंख्यक मामलात विभाग द्वारा संचालित अनुप्रति योजना के स्थान पर ‘मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना’ ही संचालित की जाएगी। केवल उन छात्र-छात्राओं की कोचिंग पुरानी योजनाओं के तहत हो सकेगी, जिनकी कोचिंग या तो प्रारम्भ हो चुकी है अथवा इसके लिए कार्यादेश दिए जा चुके हैं।
अपना आवास छोड़कर अन्य शहर के प्रतिष्ठित संस्थान से कोचिंग प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को भोजन एवं आवास के लिए 40 हजार रूपए प्रतिवर्ष अतिरिक्त राशि उपलब्ध कराई जाएगी। योजना के संचालन के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग नोडल विभाग होगा। यह विभाग प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों एवं अन्य संस्थानों के एम्पेनलमेंट का कार्य भी पूरी पारदर्शिता के साथ करेगा। अन्य कार्यकारी विभाग भी कोचिंग संस्थानों का एम्पेनलमेंट कर सकेंगे।
अच्छी खबर:फीस के साथ रहने व खाने का खर्च देगी सरकार,सीएम अनुप्रति योजना से परीक्षाओं की तैयारी करने वाले जरूरतमंदों को राहत
मेधावी छात्र-छात्राओं को कॉम्पटीशन एग्जाम की तैयारी के लिए सरकार कोचिंग फीस के साथ साथ रहने-खाने का खर्च भी उठाएगी।
सामान्य जाति के आर्थिक रूप से कमजोर, गरीब व अन्य जरूरतमंद हर वर्ग के विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। अब आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी विभिन्न प्रोफेशनल कोर्स एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी सरकारी खर्चे पर कर सकेंगे। ऐसे स्टूडेंट्स के लिए मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना 2021-22 से शुरू की है। जिसमें मेधावी छात्र-छात्राओं को कॉम्पटीशन एग्जाम की तैयारी के लिए सरकार कोचिंग फीस के साथ साथ रहने-खाने का खर्च भी उठाएगी।
इस योजना से हर वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को मौका दिया जाएगा। योजना में वह छात्र पात्र होंगे, जिनके परिवार की वार्षिक आय 8 लाख रुपए प्रतिवर्ष से कम है। ऐसे में अन्य शहर की कोचिंग में पढ़ने के लिए जाने वाले स्टूडेंट को रहने और खाने के लिए हर साल 40-60 हजार रुपए मिलेंगे। यह राशि कोचिंग की फीस के अतिरिक्त होगी। किसी भी छात्र-छात्रा को इस योजना का लाभ केवल 1 साल की अवधि के लिए मिलेगा।
छात्रों का चयन 12वीं और 10वीं के नंबरों के आधार पर किया जाएगा। एसटी वर्ग के लिए योजना का संचालन जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग एवं एससी, ओबीसी, एमबीसी और ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग और अल्पसंख्यक वर्ग के लिए अल्पसंख्यक मामलात विभाग की ओर से किया जाएगा। यह विभाग जिलेवार लक्ष्य निर्धारित कर छात्रों की मेरिट के अनुरूप चयनित संस्थानों के माध्यम से कोचिंग की व्यवस्था करेंगे। छात्र-छात्राओं के चयन के समय यह प्रयास किया जाएगा कि लाभार्थियों में कम से कम 50 प्रतिशत छात्राएं हों।
इन परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को मिल सकेगा फायदा
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित आरएएस और अधीनस्थ सेवा संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा, सब-इंस्पेक्टर एवं 3600 ग्रेड पे या पे-मैट्रिक्स लेवल-10 से ऊपर की अन्य परीक्षा, रीट, राजस्थान कर्मचारी चयन आयोग की ग्रेड पे-2400 या पे-मेट्रिक्स लेवल-5 से ऊपर की परीक्षा, कांस्टेबल, इंजीनियरिंग, मेडिकल प्रवेश परीक्षा तथा क्लेट परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को योजना का लाभ मिल सकेगा।
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ReplyDeleteये started हो गयी है आज से ही....
Deleteयह विद्यार्थियों के हितो में उठायें जाने वाला एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
ReplyDeleteहॉ जी ये यह विद्यार्थियों के हितो में उठायें जाने वाला ही एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
DeleteSir isaka form kese bhare
ReplyDeleteProcess kya h iski... Doc. Wgrh ya form wgrh ki puri information
ReplyDeleteKitne percenetage chaiye 10th 12th
ReplyDeleteSir form kese bhare
ReplyDeleteSir ji form kese bharna h
ReplyDeleteSir ji form kese bharna h
ReplyDeletePlease reply