General introduction to Rajasthan (राजस्थान का सामान्य परिचय )
राजस्थान का कुल क्षेत्रफल 3,42,239 वर्गकि.मी. है। जो कि देश का 10.41प्रतिशत है और क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान का देश में प्रथम स्थानहै।
राजस्थान का कुल क्षेत्रफल 3,42,239 वर्गकि.मी. है। जो कि देश का 10.41प्रतिशत है और क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान का देश में प्रथम स्थानहै।
1 नवम्बर 2000 को मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ का गठन हुआ और उसी दिन से राजस्थान देश का प्रथम राज्य बना।
2011 में राजस्थान की कुल जनसंख्या 68,548,437 थी जो की देश की जनसंख्या का 5.67 प्रतिशत है।
भुमध्य रेखा के सापेक्ष राजस्थान उतरी गोलाद्र्व में स्थित है।
ग्रीन वीच रेखा के सापेक्ष राजस्थान पुर्वी गोलाद्र्व में स्थित है।
ग्रीन वीच व भुमध्य रेखा दोनों के सापेक्ष राजस्थान उतरी पूर्वी गोलाद्र्व में स्थित है।
राजस्थान राज्य भारत के उत्तरी-पश्चिमी भाग में 23० 3' से 30० 12' उत्तरी अक्षांश (विस्तार 7० 9') तथा 69० 30' से 78० 17' पूर्वी देशान्तर (विस्तार 8० 47') के मध्य स्थित है। राजस्थान का क्षेत्रीय विस्तार 342239 वर्ग किलोमीटर है जो भारत के कुल क्षेत्र का 10.41 प्रतिशत है। क्षेत्रफल की दृष्टि से यह भारत का सबसे बड़ा राज्य (1 नवम्बर, 2000 को मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ के अलग होने के बाद) है।
कर्क रेखा अर्थात 23 ० 30' अक्षांश राज्य के दक्षिण में बांसवाड़ा-डुंगरपुर जिलों से गुजरती है। बांसवाड़ा शहर कर्क रेखा से राज्य का सर्वाधिक नजदीक शहर है।
विस्तारः- उत्तर से दक्षिण तक लम्बाई 826 कि. मी. व विस्तार उत्तर में कोणा गाँव (गंगानगर) से दक्षिण में बोरकुण्ड गाँव(कुशलगढ़, बांसवाड़ा) तक है।
पुर्व से पश्चिम तक चैड़ाई 869 कि. मी. व विस्तार पुर्व में सिलाना गाँव(राजाखेड़ा, धौलपुर) से पश्चिम में कटरा(फतेहगढ़,सम, जैसलमेर) तक है।
राजस्थान का अक्षांशीय अंतराल - 7०9'
राजस्थान का देशान्तरीय अंतराल - 8०47'
आकृति
विषम कोणीय चतुर्भुज या पतंग के समान।
स्थलीय सीमा
5920 कि.मी.(1070 अन्तराष्ट्रीय व 4850 अन्तराज्जीय)।
रेडक्लिफ रेखा
रेडक्लिफ रेखा भारत और पाकिस्तान के मध्य स्थित है। इसके संस्थापक सर सिरिल एम रेडक्लिफ को माना जाता है। इसकी स्थापना 14/15 अगस्त, 1947 को की गयी। इसकी भारत के साथ कुल सीमा 3310 कि.मी. है।
रेडक्लिफ रेखा पर भारत के चार राज्य स्थित है।
जम्मू-कश्मीर(1216 कि.मी.)
पंजाब(547 कि.मी.)
राजस्थान(1070 कि.मी.)
गुजरात(512 कि.मी.)
रेडक्लिफ रेखा के साथ सर्वाधिक सीमा- राजस्थान(1070 कि.मी.)
रेडक्लिफ रेखा के साथ सबसे कम सीमा- गुजरात(512 कि.मी.)
रेडक्लिफ रेखा के सर्वाधिक नजदीक राजधानी मुख्यालय- श्री नगर
रेडक्लिफ रेखा के सर्वाधिक दुर राजधानी मुख्यालय- जयपुर
रेडक्लिफ रेखा पर क्षेत्र में बड़ा राज्य- राजस्थान
रेडक्लिफ रेखा पर क्षेत्र में सबसे छोटा राज्य- पंजाब
रेडक्लिफ रेखा के साथ राजस्थान की कुल सीमा 1070 कि.मी. है। जो राजस्थान के चार जिलों से लगती है।
श्री गंगानगर- 210 कि.मी.
बीकानेर- 168 कि.मी.
जैसलमेर- 464 कि.मी.
बाड़मेर- 228 कि.मी.
रेडक्लिफ रेखा राज्य में उत्तर में गंगानगर के हिंदुमल कोट से लेकर दक्षिण में बाड़मेर के शाहगढ़ बाखासर गाँव तक विस्तृत है।
रेडक्लिफ रेखा पर पाकिस्तान के 9 जिले पंजाब प्रान्त का बहावलपुर, बहावलनगर व रहीमयार खान तथा सिंध प्रान्त के घोटकी, सुक्कुर, खेरपुर, संघर, उमरकोट व थारपाकर राजस्थान से सीमा बनाते हैं।
राजस्थान के साथ सर्वाधिक सीमा- बहावलपुर
राजस्थान के साथ न्युनतम सीमा- खैरपुर
पाकिस्तान के दो राज्य(प्रांत) राजस्थान से छुते हैं।
पंजाब प्रांत
सिंध प्रांत
रेडक्लिफ रेखा एक कृत्रिम रेखा है।
राजस्थान से सर्वाधिक सीमा जैसलमेर(464 कि.मी.) व न्युनतम सीमा बीकानेर(168 कि.मी.) की रेडक्लिफ रेखा से लगती है।
रेडक्लिफ के नजदीक जिला मुख्यालय- श्री गंगानगर
रेडक्लिफ के सर्वाधिक दुर जिला मुख्यालय- बीकानेर
रेडक्लिफ पर क्षेत्रफल में बड़ा जिला- जैसलमेर
रेडक्लिफ रेखा पर क्षेत्रफल में छोटा जिला- श्री गंगानगर
राजस्थान के केवल अन्तराष्ट्रीय सीमा वाले जिले- 2(बीकानेर, जैसलमेर)
राजस्थान के परिधिय जिले - 25
राजस्थान के अन्तर्राज्जीय सीमा वाले जिले - 23
राजस्थान के केवल अन्तर्राज्जीय सीमा वाले जिले - 21
राजस्थान के 2 ऐसे जिले है जिनकी अन्तर्राज्जीय एवं अन्तराष्ट्रीय सीमा है- गंगानगर(पाकिस्तान + पंजाब), बाड़मेर(पाकिस्तान+ गुजरात)
राजस्थान के 4 जिले ऐसे है जिनकी सीमा दो - दो राज्यों से लगती है-
हनुमानगढ़:- पंजाब + हरियाणा
भरतपुर:- हरियाणा + उतरप्रदेश
धौलपुर:- उतरप्रदेश + मध्यप्रदेश
बांसवाड़ा:- मध्यप्रेदश + गुजरात
नोट
राज्स्थान में सबसे पहले सूर्य उदय धौलपुर जिले के सिलाना गाॅंव में होता है। राजस्थान में सबसे बाद में सूर्यउदय जैसलमेर जिले के कटरा गाॅंव में होता है और यही पर सबसे बाद में सूर्यस्त होता है।
राजस्थान में कर्क रेखा बाॅंसवाडा जिले के कुषलगढ़ तहसील से होकर गुजरती है। अतः बांसवाडा जिले में सूर्य की किरणे सर्वाधिक सीधी पड़ती है। जबकी श्री गंगानगर जिला कर्क रेखा से सर्वाधिक दूरी पर स्थित है अतः श्री गंगानगर जिले में सूर्य की किरणे सर्वाधिक तिरछी पडती है।
कर्क रेखा
23० 30' उतरी अक्षाश को कर्क रेखा कहते है। कर्क रेखा भारत के आठ राज्यों से होकर गुजरती है - 1. गुजरात 2. राजस्थान 3. मध्यप्रदेश 4. छत्तीसगढ़ 5. झारखण्ड 6. पश्चिम बंगाल 7. त्रिपुरा 8. मिजोरम
कर्क रेखा राजस्थान के बांसवाड़ा के मध्य से होकर गुजरती है। डूंगरपूर जिले को स्पर्श करती है।
राजस्थान:-राजस्थान शब्द का पहला उल्लेख 7 वी. सदी के बसंन्तगढ़ के लेख में हुआ है। बसंन्तगढ़ लेख सिरोही में है। जबकि मारवाड इतिहास के लेखक मुहणौत नैणसी ने भी अपनी पुस्तक "नैणर्स री ख्यात" में "राजस्थान" शब्द का प्रयोग किया और 19 वी. सदी में कर्नल जम्स टाॅड ने अपनी पुस्तक "एनाॅल्स एंड एटीक्विटिज आॅफ राजस्थान" मेे राजस्थान षब्द का प्रयोग किया। इस पुस्तक का दूसरा नाम "सैण्ट्रल एंड वेस्टर्न स्टेट्स आॅफ इंडिया" है।
इस पुस्तक का पहली बार हिन्दी अनुवाद राजस्थान के प्रसिद्ध इतिहासकार गोरीषंकर- हीराचंद ओझा ने किया। इसे हिन्दी में "प्राचीन राजस्थान का विश्लेषण" कहते है।कर्नल जेम्स टाॅड 1818-1821 के मध्य मेवाड़ (उदयपुर) प्रांत में पोलिटिकल ऐजेन्ट थे। उन्होने अपने घोडे़ पर बैठकर घूम-घूम कर इतिहास लेखन किया अतः कर्नल जम्स डाॅड को "घोडे वाला बाबा" के नाम से भी जाना जाता है।
जार्ज थामस
कर्नल जेम्स टाॅड से पूर्व सन् 1800 ई.में "जार्ज थामस" ने राजस्थान के लिए "राजपुताना" की संज्ञा दी। इस बात का उल्लेख विलियम फ्रेंकलिन की पुस्तक "मिलिट्री मेमोयरी" में आता है।
राजस्थान का सांस्कृतिक विभाजन
मेवाड़ - उदयपुर, राजसंमद, भीलवाडा, चितौड़गढ़, प्रतापगढ़
मारवाड़ -जोधपुर, नागौर, पाली, बीकानेर, जैसलमेर, बाडमेर
दुंढाड़ - जयपुर, दौसा, टोंक व अजमेर का भाग
हाडौती - कोटा , बूंदी, बांरा, झालावाड़
शेखावाटी - चुरू, सीकर, झुन्झुनू
मेवात - अलवर, भरतपुर
बागड़ - डंूगरपुर, बांसवाडा
2011 में राजस्थान की कुल जनसंख्या 68,548,437 थी जो की देश की जनसंख्या का 5.67 प्रतिशत है।
राजस्थान की स्थिति, विस्तार, आकृति, एवं भौतिक स्वरूप
भुमध्य रेखा के सापेक्ष राजस्थान उतरी गोलाद्र्व में स्थित है।
ग्रीन वीच रेखा के सापेक्ष राजस्थान पुर्वी गोलाद्र्व में स्थित है।
ग्रीन वीच व भुमध्य रेखा दोनों के सापेक्ष राजस्थान उतरी पूर्वी गोलाद्र्व में स्थित है।
राजस्थान राज्य भारत के उत्तरी-पश्चिमी भाग में 23० 3' से 30० 12' उत्तरी अक्षांश (विस्तार 7० 9') तथा 69० 30' से 78० 17' पूर्वी देशान्तर (विस्तार 8० 47') के मध्य स्थित है। राजस्थान का क्षेत्रीय विस्तार 342239 वर्ग किलोमीटर है जो भारत के कुल क्षेत्र का 10.41 प्रतिशत है। क्षेत्रफल की दृष्टि से यह भारत का सबसे बड़ा राज्य (1 नवम्बर, 2000 को मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ के अलग होने के बाद) है।
कर्क रेखा अर्थात 23 ० 30' अक्षांश राज्य के दक्षिण में बांसवाड़ा-डुंगरपुर जिलों से गुजरती है। बांसवाड़ा शहर कर्क रेखा से राज्य का सर्वाधिक नजदीक शहर है।
विस्तारः- उत्तर से दक्षिण तक लम्बाई 826 कि. मी. व विस्तार उत्तर में कोणा गाँव (गंगानगर) से दक्षिण में बोरकुण्ड गाँव(कुशलगढ़, बांसवाड़ा) तक है।
पुर्व से पश्चिम तक चैड़ाई 869 कि. मी. व विस्तार पुर्व में सिलाना गाँव(राजाखेड़ा, धौलपुर) से पश्चिम में कटरा(फतेहगढ़,सम, जैसलमेर) तक है।
राजस्थान का अक्षांशीय अंतराल - 7०9'
राजस्थान का देशान्तरीय अंतराल - 8०47'
आकृति
विषम कोणीय चतुर्भुज या पतंग के समान।
स्थलीय सीमा
5920 कि.मी.(1070 अन्तराष्ट्रीय व 4850 अन्तराज्जीय)।
रेडक्लिफ रेखा
रेडक्लिफ रेखा भारत और पाकिस्तान के मध्य स्थित है। इसके संस्थापक सर सिरिल एम रेडक्लिफ को माना जाता है। इसकी स्थापना 14/15 अगस्त, 1947 को की गयी। इसकी भारत के साथ कुल सीमा 3310 कि.मी. है।
रेडक्लिफ रेखा पर भारत के चार राज्य स्थित है।
जम्मू-कश्मीर(1216 कि.मी.)
पंजाब(547 कि.मी.)
राजस्थान(1070 कि.मी.)
गुजरात(512 कि.मी.)
रेडक्लिफ रेखा के साथ सर्वाधिक सीमा- राजस्थान(1070 कि.मी.)
रेडक्लिफ रेखा के साथ सबसे कम सीमा- गुजरात(512 कि.मी.)
रेडक्लिफ रेखा के सर्वाधिक नजदीक राजधानी मुख्यालय- श्री नगर
रेडक्लिफ रेखा के सर्वाधिक दुर राजधानी मुख्यालय- जयपुर
रेडक्लिफ रेखा पर क्षेत्र में बड़ा राज्य- राजस्थान
रेडक्लिफ रेखा पर क्षेत्र में सबसे छोटा राज्य- पंजाब
रेडक्लिफ रेखा के साथ राजस्थान की कुल सीमा 1070 कि.मी. है। जो राजस्थान के चार जिलों से लगती है।
श्री गंगानगर- 210 कि.मी.
बीकानेर- 168 कि.मी.
जैसलमेर- 464 कि.मी.
बाड़मेर- 228 कि.मी.
रेडक्लिफ रेखा राज्य में उत्तर में गंगानगर के हिंदुमल कोट से लेकर दक्षिण में बाड़मेर के शाहगढ़ बाखासर गाँव तक विस्तृत है।
रेडक्लिफ रेखा पर पाकिस्तान के 9 जिले पंजाब प्रान्त का बहावलपुर, बहावलनगर व रहीमयार खान तथा सिंध प्रान्त के घोटकी, सुक्कुर, खेरपुर, संघर, उमरकोट व थारपाकर राजस्थान से सीमा बनाते हैं।
राजस्थान के साथ सर्वाधिक सीमा- बहावलपुर
राजस्थान के साथ न्युनतम सीमा- खैरपुर
पाकिस्तान के दो राज्य(प्रांत) राजस्थान से छुते हैं।
पंजाब प्रांत
सिंध प्रांत
रेडक्लिफ रेखा एक कृत्रिम रेखा है।
राजस्थान से सर्वाधिक सीमा जैसलमेर(464 कि.मी.) व न्युनतम सीमा बीकानेर(168 कि.मी.) की रेडक्लिफ रेखा से लगती है।
रेडक्लिफ के नजदीक जिला मुख्यालय- श्री गंगानगर
रेडक्लिफ के सर्वाधिक दुर जिला मुख्यालय- बीकानेर
रेडक्लिफ पर क्षेत्रफल में बड़ा जिला- जैसलमेर
रेडक्लिफ रेखा पर क्षेत्रफल में छोटा जिला- श्री गंगानगर
राजस्थान के केवल अन्तराष्ट्रीय सीमा वाले जिले- 2(बीकानेर, जैसलमेर)
राजस्थान के परिधिय जिले - 25
राजस्थान के अन्तर्राज्जीय सीमा वाले जिले - 23
राजस्थान के केवल अन्तर्राज्जीय सीमा वाले जिले - 21
राजस्थान के 2 ऐसे जिले है जिनकी अन्तर्राज्जीय एवं अन्तराष्ट्रीय सीमा है- गंगानगर(पाकिस्तान + पंजाब), बाड़मेर(पाकिस्तान+ गुजरात)
राजस्थान के 4 जिले ऐसे है जिनकी सीमा दो - दो राज्यों से लगती है-
हनुमानगढ़:- पंजाब + हरियाणा
भरतपुर:- हरियाणा + उतरप्रदेश
धौलपुर:- उतरप्रदेश + मध्यप्रदेश
बांसवाड़ा:- मध्यप्रेदश + गुजरात
नोट
राज्स्थान में सबसे पहले सूर्य उदय धौलपुर जिले के सिलाना गाॅंव में होता है। राजस्थान में सबसे बाद में सूर्यउदय जैसलमेर जिले के कटरा गाॅंव में होता है और यही पर सबसे बाद में सूर्यस्त होता है।
राजस्थान में कर्क रेखा बाॅंसवाडा जिले के कुषलगढ़ तहसील से होकर गुजरती है। अतः बांसवाडा जिले में सूर्य की किरणे सर्वाधिक सीधी पड़ती है। जबकी श्री गंगानगर जिला कर्क रेखा से सर्वाधिक दूरी पर स्थित है अतः श्री गंगानगर जिले में सूर्य की किरणे सर्वाधिक तिरछी पडती है।
कर्क रेखा
23० 30' उतरी अक्षाश को कर्क रेखा कहते है। कर्क रेखा भारत के आठ राज्यों से होकर गुजरती है - 1. गुजरात 2. राजस्थान 3. मध्यप्रदेश 4. छत्तीसगढ़ 5. झारखण्ड 6. पश्चिम बंगाल 7. त्रिपुरा 8. मिजोरम
कर्क रेखा राजस्थान के बांसवाड़ा के मध्य से होकर गुजरती है। डूंगरपूर जिले को स्पर्श करती है।
राजस्थान:-राजस्थान शब्द का पहला उल्लेख 7 वी. सदी के बसंन्तगढ़ के लेख में हुआ है। बसंन्तगढ़ लेख सिरोही में है। जबकि मारवाड इतिहास के लेखक मुहणौत नैणसी ने भी अपनी पुस्तक "नैणर्स री ख्यात" में "राजस्थान" शब्द का प्रयोग किया और 19 वी. सदी में कर्नल जम्स टाॅड ने अपनी पुस्तक "एनाॅल्स एंड एटीक्विटिज आॅफ राजस्थान" मेे राजस्थान षब्द का प्रयोग किया। इस पुस्तक का दूसरा नाम "सैण्ट्रल एंड वेस्टर्न स्टेट्स आॅफ इंडिया" है।
इस पुस्तक का पहली बार हिन्दी अनुवाद राजस्थान के प्रसिद्ध इतिहासकार गोरीषंकर- हीराचंद ओझा ने किया। इसे हिन्दी में "प्राचीन राजस्थान का विश्लेषण" कहते है।कर्नल जेम्स टाॅड 1818-1821 के मध्य मेवाड़ (उदयपुर) प्रांत में पोलिटिकल ऐजेन्ट थे। उन्होने अपने घोडे़ पर बैठकर घूम-घूम कर इतिहास लेखन किया अतः कर्नल जम्स डाॅड को "घोडे वाला बाबा" के नाम से भी जाना जाता है।
जार्ज थामस
कर्नल जेम्स टाॅड से पूर्व सन् 1800 ई.में "जार्ज थामस" ने राजस्थान के लिए "राजपुताना" की संज्ञा दी। इस बात का उल्लेख विलियम फ्रेंकलिन की पुस्तक "मिलिट्री मेमोयरी" में आता है।
राजस्थान का सांस्कृतिक विभाजन
मेवाड़ - उदयपुर, राजसंमद, भीलवाडा, चितौड़गढ़, प्रतापगढ़
मारवाड़ -जोधपुर, नागौर, पाली, बीकानेर, जैसलमेर, बाडमेर
दुंढाड़ - जयपुर, दौसा, टोंक व अजमेर का भाग
हाडौती - कोटा , बूंदी, बांरा, झालावाड़
शेखावाटी - चुरू, सीकर, झुन्झुनू
मेवात - अलवर, भरतपुर
बागड़ - डंूगरपुर, बांसवाडा
No comments:
Post a Comment